स्वागत है दोस्त आपका हमारे ब्लाॅग में आज हम जानेंगे वोल्टमीटर के बारे में वोल्टमीटर क्या होता है और यह कैसे काम करता है और इसकी कनेक्शन कैसे की जाती है?अगर आप स्टूडेंट हैं या इंडस्ट्री में काम करना चाहते है तो यह पोस्ट आपका बहुत हेल्प (Help)करेगा
1.Analog Voltmeter
एनालॉग मल्टीमीटर एक ऐसा बोल्ट मीटर है।
एक बात हमेशा याद रखें।जब कोई भी इलेक्ट्रिकल इक्विपमेंट काम करता है तो बिजली की कुछ ना कुछ खपत करता है।साथ में एक और बात याद रखे।किसी भी वोल्टमीटर को काम करने के लिए कम से कम करेंट की जरूरत होती है।
What is voltmeter(वोल्टमीटर क्या है?)
A boltmeter is a measuring device that measures the potential difference between two points in a circuit. And it is denoted by V
Working of Voltmeter in Hindi: वोल्ट मीटर एक मेजरिंग डिवाइस (Measuring
Device) होता है जो किसी भी इलेक्ट्रिकल सर्किट (Electrical circuit) के दो पॉइंट के बीच वोल्टेज मेजर करता है।इसकी मदद से हमें पता चलता है कि सर्किट में कितना वोल्टेज है?
अगर आप किसी भी इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक इक्विपमेंट का रिपेयर करने की रुचि रखते है तो इसके लिए वोल्टमीटर के बारे में जानकारी होना आपके लिए बहुत ज्यादा जरूरी है।
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Voltmeter ki Symbol
आप इस इमेज में देख रहे हैं। यह वोल्टमीटर का सिंबल है। इसी के द्वारा हम वोल्टमीटर को सूचित करते हैं किसी भी सर्किट में।
Voltmeter Diagram
Calibrated Scale :- यह कैलिब्रा स्केल पर वोल्टमीटर का रेंज रहता है। जिस पर 0 Vसे लेकर 300 V का होता है वोल्टेज का वैल्यु इसी डायल पर दिखते हैं।
Needle :- यह सुइ है इसकी मदद से स्केल पर वोल्टेज की वैल्यू देखते हैं।
Type of Voltmeter In Hindi
बोल्टमीटर का प्रकार :-इस्तेमाल करने के आधार पर वोल्टमीटर दो प्रकार का होता है।जो नीचे दिया जा रहा है।
1.Analog Voltmeter
2.Digital Voltmeter
1.Analog Voltmeter Working Principle (एनालॉग बोल्टमीटर क्या करता है)
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एनालॉग मल्टीमीटर एक ऐसा बोल्ट मीटर है।
जिसमें वोल्टेज की वैल्यू सुई की मदद से देखी जाती है।ज्यादातर लोगों को 250 वोल्ट तक का ही वोल्टेज मापने की जरूरत पड़ती है।
इसलिए 0 V से लेकर 300 V तक का डायल बना होता है जब वोल्टमीटर का दोनों टर्मिनल सर्किट में लगाते हैं तो जितना वोल्टेज सर्किट में होता है। सुई वहां पर जाकर रुक जाता है।
इससे अगर आप ज्यादा वोल्टेज मेजर करना है तो आप अपनी आवश्यकता के हिसाब से बड़ी रेंज वाले वोल्टीमीटर ले सकते हैं
एक बात हमेशा याद रखें।जब कोई भी इलेक्ट्रिकल इक्विपमेंट काम करता है तो बिजली की कुछ ना कुछ खपत करता है।साथ में एक और बात याद रखे।किसी भी वोल्टमीटर को काम करने के लिए कम से कम करेंट की जरूरत होती है।
Note:- Ideal voltmeter resistance
आइडियल वोल्टमीटर का रेजिस्टेंस अनंत होता है।
यदि सीधे हम एसी सप्लाई वोल्टमीटर को देंगे तो वोल्टमीटर जलकर खराब हो जाएगा।
आइडियल वोल्टमीटर का रेजिस्टेंस अनंत होता है।
यदि सीधे हम एसी सप्लाई वोल्टमीटर को देंगे तो वोल्टमीटर जलकर खराब हो जाएगा।
एनालॉग मल्टीमीटर की क्वायल तक कम करंट भेजने के लिए। 10 Watt का रेजिस्टेंस (प्रतिरोध) जोड़ा जाता है।इसलिए एनालॉग वोल्टमीटर का प्रतिरोध 10KΩ होता है।
एनालॉग वोल्टमीटर की मदद से सर्किट का वोल्टेज जानने के लिए। एनालॉग वोल्ट मीटर का कनेक्शन मेन सप्लाई के समनांतर करते हैं।जब मीटर के दोनों तार को फेज और न्यूट्रल में कनेक्ट किया जाता है तो सर्किट में जितना वोल्टेज होता है मीटर का सुई उसी वेल्यु पर जाकर रुक जाता है।
इसकी कनेक्शन उपर की सर्किट की मदद से भी आप समझ सकते हैं।सर्किट में जो वोल्ट मीटर है वह बल्ब के आक्रोश लगा हुआ है।यानी समानांतर लगा हुआ है।
इस मीटर को युज करने से वोल्टेज हम एडजेक्ट बहुत कम टाइम में पता कर लेते हैं।और यह यूज करने में सुविधाजनक है।इसमें आउटपुट वोल्टेज की वैल्यू को याद करने के लिए कुछ समय के लिए हम सेव करके रख सकते हैं।यह पोर्टेबल है और एकुरेट वैल्यु बताता है
Analog Voltmeter ki Connection:-
एनालॉग वोल्टमीटर की मदद से सर्किट का वोल्टेज जानने के लिए। एनालॉग वोल्ट मीटर का कनेक्शन मेन सप्लाई के समनांतर करते हैं।जब मीटर के दोनों तार को फेज और न्यूट्रल में कनेक्ट किया जाता है तो सर्किट में जितना वोल्टेज होता है मीटर का सुई उसी वेल्यु पर जाकर रुक जाता है।
इसकी कनेक्शन उपर की सर्किट की मदद से भी आप समझ सकते हैं।सर्किट में जो वोल्ट मीटर है वह बल्ब के आक्रोश लगा हुआ है।यानी समानांतर लगा हुआ है।
Voltmeter Digital क्या है?
Voltmeter Diffination:- डिजिटल वोल्टमीटर एक ऐसा मीटर होता है जिसमें वोल्टेज का वैल्यु डिस्प्ले पर अंको में सूचित करता है।इस मीटर को युज करने से वोल्टेज हम एडजेक्ट बहुत कम टाइम में पता कर लेते हैं।और यह यूज करने में सुविधाजनक है।इसमें आउटपुट वोल्टेज की वैल्यू को याद करने के लिए कुछ समय के लिए हम सेव करके रख सकते हैं।यह पोर्टेबल है और एकुरेट वैल्यु बताता है
Digital voltmeter ki connection
डिजिटल वोल्टमीटर का कनेक्शन एनालॉग वोल्ट मीटर की तरह होता है।दोनों का काम सेम होता है।दोनों को मेन सप्लाई के फेज और न्यूट्रल के समांतर जोड़ा जाता है।बस फर्क यह होता है कि डिजिटल में वोल्टेज का वैल्यु डिस्प्ले पर आंखों में शो करता है और एनालॉग में वोल्टेज का वैल्यू।सुई के माध्यम से पता चलता है।
Classicfication of Voltmeter
कंस्ट्रक्शन प्रिंसिपल के आधार पर कुछ वोल्टमीटर का नाम नीचे दिया जा रहा है।
1.Permanent Magnet Moving Coil (PMMC) Voltmeter
2.Moving Iron(MI) voltmeter
3.Electro Dynamometer Type
4.Rectifier Type
5.Electrostatic Type
6.Digital Voltmeter
Measurement ke Base :-मेजरमेंट के आधार पर वोल्टमीटर के प्रकार।
1.AC Voltmeter
2.DC Voltmeter
मैं आशा करता हूं दोस्त कि यह पोस्ट आपको पसंद आई होगी प्लीज आप अपने दोस्तों को शेयर करें और मुझे कमेंट करके बताएं कि यह पोस्ट आपको कैसी लगी?
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