दोस्तों आज हम जानेंगे रिले के बारे में उसका Working principle in hindi construction and connection in hindi
रिले क्या होता है ?
यह एक इलेक्ट्रिकल स्विचिंग डिवाइस होता है जो इलेक्ट्रिकल सर्किट को असमान्य स्थिति में सर्किट को सप्लाई से अलग करता है जिससे सर्किट का कोई नुकसान ना हो उसे हम रिले कहते हैं।Example:- Thermal overload relay या एक ऐसी रिले होती है जो AC मोटर को सुरक्षा के लिए यूज करते हैं। जब हमारा मोटर ओवरलोड होता है उस कंडीशन में यहां रिले उसकी कनेक्शन को डिस्कनेक्ट कर देता है और हमारा मोटर जलने से बच जाता है।इसे हम protective device भी कहते हैं
रिले का कार्य सिद्धांत।(Working principle)
रिले एक Simple सा इलेक्ट्रिकल प्रोटेक्टिव डिवाइस है इसके अंदर एक क्वायल होता है जो ACऔर DC दोनों हो सकता है।इसमें एक NC Point एक NO Point और एक Common Point होता है।जब हम क्वायल को Voltage देते हैं तो क्वायल magnetic field हो जाता है।उसमें plunger लगा रहता है इस plunger को अपनी तरफ खींचता है और NO को NC और NC को NO बनाता है इस तरह से यह स्विचिंग करता है।
रिले में क्या-क्या होता है?
यह एक बहुत ही तेजी से स्विचिन करने वाला डिवाइस है। इसमें बहुत सारे कॉम्पोनेंट लगा लगे होते हैं आप सभीआपको पता नहीं होता है कि एक रिले में कौन-कौन सा कंपोनेंट लगा रहता है और क्या-क्या काम करते हैं? नीचे दी गई पिक्चर में आप आराम से देखकर समझ सकते हैं।
Armature:- यह Common टर्मिनल को NC कांटेक्ट और NO कांटेक्ट से जोड़ने का काम करता है।
Spring:- जब रिले off होता है स्प्रिंग आर्मेचर को NC कांटेक्ट से जोड़ता है या दूसरे शब्दों में कहें तो स्प्रिंग आर्मेचर को खींचकर NC कांटेक्ट से जोड़ता हैYoke :-यह क्वायल के बाहर का हिस्सा होता है।
Contact :-यह रिले का टर्मिनल होता है जहां पर हम स्विचिंग कराने के लिए किसी भी उपकरण को या सर्किट को जोड़ सकते हैं।
Coil:- armature यह आर्मेचर को NO कांटेक्ट से जोड़कर रखता है।
Relay कैसे काम करता है
रिले का काम करने का बहुत ही आसान मेथड है। इसमें एक Coil लगा होता है।जो NC कांटेक्ट को NO मे बदल देता है।नीचे दिए गए चित्र में आप बहुत ही आसानी समझ सकते है
Relay working fuction |
Relay working function in hindi
रिले को काम करने के लिए हमें इलेक्ट्रिसिटी की सप्लाई की जरूरत पड़ती है।
ऊपर की पिक्चर में आप देख रहे हैं जब हमारा रिले ऑफ होता है तो Common टर्मिनल NC कांटेक्ट से सीधे जुड़ जाता है।जब हम Common टर्मिनल पर सप्लाई देंगे तो यह NC कांटेक्ट से जुड़ेगा।पर जैसे ही coil को सप्लाई देंगे तो coil Active हो जाएगा और Armature को अपनी तरफ खिचेगा
जिससे कि Common Terminal अब NC Contact से हटके NO Contact से जुड़ेगा।और सप्लाई Open Terminal पर अजाएगी लेकिन जैसे ही रिले की सप्लाई बंद करेंगे।तो इसमें लगा स्प्रिंग आर्मेचर को अपनी तरफ खींच लेगा।और फिर Common Terminal NC कांटेक्ट से जुड़ेगा।
तो रिले इस प्रकार से काम करता है अगर रिले का काम करने की फंक्शन आपको समझ नहीं आया हो तो आप मुझे कमेंट कर सकते है
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