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Showing posts from November, 2019

Ohm's law in [hindi] | एक बार जरुर पढे

What is Ohm's law ? Ohm's law एक फॅरमुला (Formula) है जो हमें वोल्टेज,करंट और प्रतिरोध के बीच में संबंध बताता है।इसकी खोज जॉर्ज साइमन वैज्ञानिक 1827 में किया था  इलेक्ट्रिकल सर्किट(Electric circuit) एक ऐसा पाथ क्रिएट करता है जिसमें इलेक्ट्रॉन मूव करता है।इलेक्ट्रॉन की मूव करने की क्रिया को करंट कहते हैं? जिस तरह किसी होलो पाइप में पानी को फॉलो करने के लिए फोर्स की जरूरत पड़ती है ठीक उसी प्रकार किसी भी सर्किट में चार्ज को मुभ करने के लिए हमें फोर्स(Force) की जरूरत पड़ती है उसे हम वोल्टेज कहते हैं या डिसी सर्किट में दो पॉइंट के अक्रॉस जो पोटेंशियल डिफरेंस होता है उससे हम वोल्टेज कहते हैं। जब कंडक्टर में करंट फ्लो(Flow) होता है तो वह फ्रिक्शन(Friction) और अपोजिशन(Opposition) को फेस (Face) करता है इसी अपोजिशन को। रेजिसटेंस कहते है Ohm's law के अनुसार:- यदि किसी डिसी सर्किट (DC circuit) का भौतिक अवस्था (तापमान) नियत रखी जाए तो चालक में प्रवाहित धारा का मान (Current) उसके सिरो पे विभवांतर  ( Voltage) के समानुपाती (Directly Proportional) होता है। तथा यही प्रतिरोध के

MCB full form in hindi ||MCB,MCCB, ELCB और RCCB में क्या अंतर होता है

 MCB,MCCB, ELCB ,और RCCB में क्या अंतर होता है What is Circuit Breaker (CB) ? सर्किट ब्रेकर एक डिवाइस है। जिसकी मदद से किसी भी सर्किट को हम मैनुअली या ऑटोमेटिकली फॉल्ट या नॉरमल कंडीशन में?कंट्रोल कर सकते हैं। MCB,MCCB, ELCB ,और RCCB में क्या अंतर होता है, हम जानेंगे की इन सर्किट ब्रेकर के आपस में क्या अंतर है जो इन्हें एक दुसरे से अलग करता है, तो चलिए देखते हैं यहाँ पर हम टोटल चार सर्किट ब्रेकर के बारे में जानने वाले हैं  Related Post :- Relay Working principle, construction and connection 1.MCB-(Miniature circuit breaker) MCB MCB का अर्थ है "लघु सर्किट ब्रेकर"। Rated current 100A के अंदर होता है Interrupting rating current 18,000 amps.के अंदर होता है ट्रिप करने की क्रिया को एडजस्ट कर सकते हैं  इसका working principle thermal or thermal magnetic operation पर अधारित है   यह कम करंट वाली सर्किट (कम ऊर्जा की आवश्यकता), के लिए सही है   होम वायरिंग के लिए उपयुक्त। आम तौर पर उपयोग किया जाता है, ज

What is MCB in hindi ? working principle and construction in hindi||

What is MCB in hindi ? working principle and construction in hindi|| MCB  MCB(miniature circuit breaker) एक ऐसा इलेक्ट्रिकल device है जो Unhealthy condition में ऑटोमेटिकली ऑफ हो जाता है। 1.Faulty condition :- जब दो कोई वायर ( फेस टू फेस या फेस टू न्यूट्रल) आपस में टकराते हैं उस कंडीशन में MCB Off हो जाता है 2.Overcurrent condition:-  जब सर्किट में MCB की रेटिंग से अधिक करंट फ्लो करने लगता है उस कंडीशन में ओवरलोड के कारण MCB Off हो जाता है  Overload कब होता है :- जब दो वायर आपस में टकराती है। उस कंडीशन में रजिस्टेंस हमारा कम हो जाता है। उसके कारण करंट ज्यादा flow करने लगता है। और दूसरा जब MCB 2A का हो और हमारा लोड 5A लेने वाली सर्किट मे जोड. दे उस कंडीशन मे MCB ट्रिप हो जाता है।आजकल fuse के जगह पर हम MCB यूज करते हैं क्योंकि MCB कम Value वाले हमें आराम से मार्केट में मिल जाते हैं।यह यूज करने में ज्यादा reliable है।यह फ्यूज के अपेक्षा ज्यादा Sensitive है? क्योंकि overcurrent को बहुत जल्दी यह Sense कर लेता है।और MCB ऑफ हो जाता है।                                जब फ्यूज से ओव

Relay Working principle in hindi construction and connection in hindi

दोस्तों आज हम जानेंगे रिले के बारे में उसका Working principle in hindi construction and connection in hindi रिले क्या होता है ? यह एक इलेक्ट्रिकल स्विचिंग डिवाइस होता है जो इलेक्ट्रिकल सर्किट को असमान्य स्थिति में सर्किट को सप्लाई से अलग करता है जिससे सर्किट का कोई नुकसान ना हो उसे हम रिले कहते हैं। Example:- Thermal overload relay या एक ऐसी रिले होती है जो AC मोटर को सुरक्षा के लिए यूज करते हैं। जब हमारा मोटर ओवरलोड होता है उस कंडीशन में यहां रिले उसकी कनेक्शन को डिस्कनेक्ट कर देता है और हमारा मोटर जलने से बच जाता है।इसे हम protective device भी कहते हैं रिले का कार्य सिद्धांत।(Working principle) रिले एक Simple सा इलेक्ट्रिकल प्रोटेक्टिव डिवाइस है इसके अंदर एक क्वायल होता है जो ACऔर DC दोनों हो सकता है।इसमें एक NC Point एक NO Point और एक  Common Point होता है।जब हम क्वायल को Voltage देते हैं तो क्वायल magnetic field हो जाता है।उसमें plunger लगा रहता है इस plunger को अपनी तरफ खींचता है और NO को NC और NC को NO बनाता है इस तरह से यह स्विचिंग करता है। रिले में क्या-क्या होता ह

What is contactor ? Working principle and construction in hindiContactor

What is contactor ?Working principle and construction in hindi स्वागत है दोस्त आपका Learn EE ब्लॉग में।आज हम जानेंगे कॉन्टेक्टर के बारे में।कॉन्टेक्टर क्या होता है यह कैसे काम करता है और इसकी कंस्ट्रक्शन क्या है? What is Contactor   CONTACTOR इलेक्ट्रिकल कंट्रोल स्विच होता है जो Electric power को ऑन ऑफ करने के लिए यूज करते हैं।एसी और डीसी दोनों प्रकार के लिए आता है। यह सिंगल फेज और थ्री फेज दोनों के लिए मिलता है दोनो की पावर NO(Normally open ) and NC((Normally close) के हेल्प से automatic कंट्रोल किया जाता है । C ontactor ki Working  Contactor contacts  ऊपर के चित्र में आप देख रहे हैं। यह र्थी फेज के लिए कांटेक्टर कांटेक्ट है जिसमें A1 और A2 Coil है। जिसमें हम सप्लाई देते हैं। इसमें 3 या 4 इनपुट कॉन्टैक्ट्स । और 3और 4आउटपुट कांटेक्ट होते हैं।जब Coil वोल्टेज के हिसाब से हम वोल्टेज देते हैं तो पल्अंजर नीचे की तरफ खींचता है।और पावर आउट  पुट तक पहुंचती है।इस प्रकार से इसकी स्विचिंग होती है।और हमारा इलेक्ट्रिकल मोटर ऑन ऑफ होता है।                                 Coil

अर्थिंग(Earthing)या ग्राउंडिंग(Grounding) क्या होता है?| अर्थिग कैसे बनाते है in (Hindi)

अर्थिंग(Earthing)या ग्राउंडिंग(Grounding) क्या होता है?| अर्थिग कैसे बनाते है in (Hindi) स्वागत है दोस्त हमारे ब्लॉक Learn EE में।आज हम जानेंगे कि अर्थिंग होता क्या है और अर्थिंग क्यों किया जाता है? यह कितने प्रकार का होता है और कैसे करते हैं? अर्थिंग क्या होता है ? Earthing Image हम जानते हैं दोस्तों की जितनी भी उपकरण या डिवाइसेज जो इलेक्ट्रिसिटी से चलती है। उस सेफ्टी के लिए अर्थिंग करते है इलेक्ट्रिसिटी से चलने वाली मशीनों में क्या होता है? दोस्त एक पेज की वायर इंसुलेशन फेल होने के कारण एक फेज की वायर मशीन में जाकर सट जाता है जिसके कारण                                मशीन की पूरी बॉडी में करंट फैल जाता है और जब भी कोई ऑपरेटर या कोई परेशान जब मशीन को छूता है तो उसे जोरदार झटका या शौक लगती है। शौक से बचने के लिए अर्थिंग करते हैं। अर्थिंग क्यों किया जाता है?  हम जानते हैं दोस्त की    इंसान की बॉडी का रेजिस्टेंस 1000 ohm होता है। अगर 230 वोल्ट आता है और रजिस्टेंस 1000 ohm  तो हमारे बॉडी से 230 मिली एंपियर करंट                             Body resistance 1000ohm फ्लो हो

how to calculate resistance using colour code in [Hindi] | Color code resistance formula in hindi

Resistor color code: Resistor पर कलर कोड क्यो करते है ?                        Resistor पर कलर कोड क्यो करते है? किसी भी Resistor का कलर कोडींग हम उसकी रोधक छामता और उसकी Toilerance जानने के लिए करते है हम जानते हैं दोस्तों की रजिस्टेंस कई प्रकार के होता है जिसका यूज हम इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक5 सर्किट में करंट को कंट्रोल करने के लिए करते हैं। रजिस्टेंस का Value दशमलव ओम से लेकर लाखों ओम में पाया जाता है कहने का मतलब यह है दोस्तों एक ओम ,दो ओम ,तीन ओम लेकर लाखों करोड़ों में मिलता है।  Resistor की रोधक क्षमता यानी (रजिस्टेंस की वैल्यू),टोलरेंस और Wattage रेटिंग रेजिस्टेंस की बॉडी पर लिखा होता है जब रजिस्टर की बॉडी बड़ी होती है।जिसे हम आसानी से पढ़ लेते हैं।                          परंतु जब रजिस्टर की बॉडी छोटी होती है या रजिस्टर 0.25 वाट या कार्बन फिल्म टाइप का होता है तब  रजिस्टेंस की Value पढना मुश्किल होता है इसलिए कलर कोडिंग का यूज किया जाता है। जिससे हम आसानी से किसी भी Resistor का  Resistance Value प्राप्त कर सके | How to calculate resistance value:- कलर क